अंतिम आलाप
मिथ्या
प्रूफ़रीडर के नाम ख़त
अबूझे छंद का सिनेमा
कृष्ण बलदेव वैद की विलोम कथा
उपन्यास की वैचारिक सत्ता
उपन्यास के भारत की स्त्री
तुलसी राम की विलक्षण जीवनी
कोरोना काल, वाया वियेना
बदहवास आस की किताब
असहनीय अभाव का साहित्य
हिंदी साहित्य के कैनन की तलाश
बंदूक़ का सम्मोहन
आदिवासी का बदलता जैविकीय संविधान
मृत्यु कथा
साक्षी रहेगा अबुझमाड़
खुमार और खून हमजाद़ हैं यहाँ
निर्मल आए थे
कृष्णा सोबती: कुछ ख़त, एक पिक्चर पोस्टकार्ड
"इल्हाम के लिए इबादत ज़रूरी है।"
कृष्ण बलदेव वैद से संवाद
"अगर अभी मौत आ जाये तो ऑंखें फैलाये मर जाऊंगा और आखिरी इच्छा कोई पूछे तो पूछूंगा --- इच्छा? मतलब?"
"मैं न लिख पाने के भय में डूबा रहना चाहता हूँ. घनघोर विफलता का भय."
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